सावरकर लिखे बोर्ड पर कालिख पोतने के मामले में FIR दर्ज, JNU वीसी ने की थी निंदा

देश के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में सावरकर के नाम लिखे बोर्ड पर कालिख पोतने के मामले में एफआईआर दर्ज हुई है. इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने वसंत कुंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस के पास सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान करने का मामला दर्ज कराया गया. बता दें, दो दिन पहले जेएनयू में वीडी सावरकर मार्ग की एक बोर्ड पर उनका नाम हटाकर बीआर अंबेडकर के नाम का स्प्रे पेंट किया गया था. साथ ही पाकिस्तान के जनक जिन्ना की एक पोस्टर लगा दिया गया था. इसका एबीवीपी ने विरोध जताया था. वहीं जेएनयू के वीसी एम. जगदीश कुमार ने इस घटना की निंदा की थी.

घटना को बताया था दुर्भाग्यपूर्ण
जगदीश कुमार ने कहा था कि हमारा विचारों पर एक-दूसरे से विरोध हो सकता है. लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे छात्र इस तरह का काम कर रहे हैं, इसे नहीं स्वीकारा जा सकता है. एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी कैम्पस 1000 एकड़ में फैला हुआ है, यहां की कई सड़कों का नामकरण किया गया, जिसकी अनुमति 2016 में एग्जक्यूटिव काउंसिल ने दी थी. उन्होंने कहा कि पिछले दो सालों में कई सड़कों का नामकरण महान व्यक्तित्वों के नाम पर किया गया.







दोबारा लिखवाया गया सावरकर का नाम
इसकी जानकारी मिलने के बाद उसकी सफाई कर दोबारा उसपर सावरकर का नाम लिख दिया गया. बता दें, अज्ञात लोगों ने इसको अंजाम दिया था. जानकारी के मुताबिक, सोमवार देर रात को उपद्रवियों ने इस घटना को अंजाम दिया था.

JNU प्रशासन ने किया था नामकरण
बता दें कि हाल में ही JNU प्रशासन ने कैंपस के अंदर की एक सड़क का नाम वीडी सावरकर के नाम पर रखा था. विश्‍वविद्यालय प्रशासन के इस फैसले पर छात्रों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की थी. JNU छात्र संघ की अध्‍यक्ष आइशी घोष ने भी इस कदम की आलोचना की थी. हालांकि, इसके बावजूद JNU प्रशासन अपने फैसले पर कायम रहा.